धमाल मचा देगी D2M Technology! अब बिना इन्टरनेट के वीडियो या मूवीज देखने को मिलेगा

आजकल इंटरनेट हमारे लिए बहुत आवश्यक हो गया है। इसके बिना हमारा फ़ोन मात्र 1 डब्बा है। इंटरनेट की मदद से हम सोशल मीडिया पर स्क्रोल करते हैं, खबरें पढ़ते हैं, और वीडियो देखते हैं। कुछ लोग तो ऐसे हैं जो बिना इंटरनेट के जी ही नहीं सकते। यह इंटरनेट की आदत हमारे लिए जरूरी हो गई है। तो जल्द ही आप अपने स्मार्ट फ़ोन पर बिना इंटरनेट के लाइव टीवी व मूवीज देख पाएंगे। जो चैनल आप इंटरनेट की मदद से एक्सेस करते हो, उन्हें आप बिना इंटरनेट के भी देख पाएंगे | इस Technology का नाम है D2M (Direct 2 Mobile) Technology | तो आइए जानते है D2M Technology किया है, कैसे काम करता है और इसके फायदे व नुक्सान के बारे में|


D2M (Direct 2 Mobile) Technology क्या है



D2M का फुल फॉर्म Direct 2 Mobile है D2M प्रसारण तकनीक एक ऐसी विधि है जो इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता के बिना Users के स्मार्टफ़ोन पर मल्टीमीडिया सामग्री के प्रसारण को सक्षम बनाती है। यह नई टेक्नोलॉजी D2M के रूप में जानी जाती है। इसमें केंद्रीय दूर संचार विभाग, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और IIT कानपुर ने मिलकर काम करना शुरू किया है। इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से आप अपने फोन पर बिना इन्टरनेट के मूवीज या वीडियो देख पाएंगे। इसके लिए आपको फोन में एक रिसीवर लगाना होगा जो Frequency पकड़ेगा। यह टेक्नोलॉजी अभी तक TV, ट्रांसमिशन के लिए इस्तेमाल होती है। इसका उपयोग करके, इस टेक्नोलॉजी को महान तरीके से बढ़ाया जा सकता है।

D2M टेक्नोलॉजी कैसे काम करता है



D2M टेक्नोलॉजी एफएम रेडियो के रूप में कार्य करती है, जैसे कि इसकी नाम से ही पता चलता है। यह एक परिष्कृत प्रक्रिया है जिसमें रिसीवर को उच्च सिगनल्स को ग्रहण करने की क्षमता होती है, जो सीधे सैटेलाइट से आते हैं। इस टेक्नोलॉजी में, डिश एंटेना ब्रॉडकास्ट सिग्नल्स को सैटेलाइट से सीधे रूप से प्राप्त करती है। यह अनुकरणीय है क्योंकि यह सिग्नल्स को विभिन्न अवधियों में वितरित करने में सहारा करता है, जिससे सुरक्षित और स्पष्ट सुनाई दे सकती है। इस टेक्नोलॉजी का एक और श्रेय है इसका सेट-टॉप बॉक्स, जिसे हम आमतौर पर रिसीवर कहते हैं। यह बॉक्स उच्च स्तर की तकनीकी गुणवत्ता के साथ आता है और सिग्नल्स को अद्वितीय तरीके से प्रस्तुत करता है, जिससे उपयोगकर्ता को एक नई और सुधारित रेडियो अनुभव मिलता है।

ब्रॉडकास्ट का मतलब क्या है

ब्रॉडकास्ट का अर्थ होता है किसी संदेश या सामग्री को एक से अधिक लोगों तक पहुंचाना|

D2M टेक्नोलॉजी का उपयोग हम कैसे कर सकते है

D2M टेक्नोलॉजी एक ब्रॉडबैंड और ब्रॉडकास्ट का मिश्रण है। इसका उपयोग अब आप अपने मोबाइल पर करेंगे। इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से आप अपनी पसंदीदा रेडियो स्टेशन को सुन सकेंगे। इसके लिए 526 और 582 मेगावाट का बैंड प्रयोग किया जाएगा। इस बैंड का उपयोग अभी तक TV ट्रांसमिशन के लिए होता है। यह नई टेक्नोलॉजी के आने से, लोग मोबाइल पर बिना इंटरनेट के रेडियो सुन सकेंगे।

D2M टेक्नोलॉजी के लाभ और नुकसान

इस नई टेक्नोलॉजी के आने से, आम लोगों को बहुत फायदा होगा। वे बिना इंटरनेट के अपने मोबाइल पर TV देख सकेंगे। यह सुविधा पूरे देश में बहुत लोगों को मिलेगी। लेकिन, इससे दूर संचार ऑपरेटरों को नुकसान हो सकता है। क्योंकि ज्यादातर लोग वीडियो देखने के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं। इसलिए, अगर बिना इंटरनेट के TV देखने की सुविधा लोगों को मिल जाती है तो दूर संचार ऑपरेटरों को इसका नुकसान हो सकता है।

FAQs

1. D2M Technology का फुल फॉर्म क्या है

D2M का फुल फॉर्म Direct to Mobile है

2. D2M Technology का मतलब क्या है

D2M का फुल फॉर्म Direct To Mobile है D2M प्रसारण तकनीक एक ऐसी विधि है जो इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता के बिना Users के स्मार्टफ़ोन पर मल्टीमीडिया सामग्री के प्रसारण को सक्षम बनाती है।

3. क्या यह तकनीक सभी मोबाइल यूजर्स के लिए है?

हां, यह तकनीक सभी मोबाइल यूजर्स के लिए है। किसी को भी इस्तेमाल करने के लिए इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होती है।

4. D2M तकनीक किस देश में है?

इस नए और प्रोग्रेसिव तकनीक का परीक्षण बेंगलुरु, कर्तव्य पथ, और नोएडा सहित कई अन्य शहरों में शुरू होगा। यह एक ऐसा कदम है जिससे भारतीय उपभोक्ताओं को नई और सुधारित मनोबल मिलेगा, और उन्हें विभिन्न मनोरंजन स्रोतों का अधिक उपयोग करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

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